mahakumb

महाकुंभ के साथ दुनिया के पांच सबसे बड़े ट्रैफिक जाम, जानिए कब और कहां लगे थे

Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 10 Feb, 2025 12:46 PM

world s five biggest traffic jams during mahakumbh

देश और दुनिया में कुछ घटनाएँ ऐसी होती हैं जो जीवन के सामान्य प्रवाह को रोक देती हैं, और जब ये घटनाएँ लाखों लोगों को प्रभावित करती हैं तो इसका असर बहुत गहरा होता है। भारत में हर 12 साल में होने वाला महाकुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है।...

इंटरनेशनल डेस्क: देश और दुनिया में कुछ घटनाएँ ऐसी होती हैं जो जीवन के सामान्य प्रवाह को रोक देती हैं, और जब ये घटनाएँ लाखों लोगों को प्रभावित करती हैं तो इसका असर बहुत गहरा होता है। भारत में हर 12 साल में होने वाला महाकुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है। इसमें लाखों श्रद्धालु हर साल संगम में स्नान करने के लिए आते हैं, लेकिन इसके साथ ही हर साल एक विशाल जाम भी लगता है, जो कभी-कभी कई दिन तक रहता है। हाल ही में 2025 में महाकुंभ मेला शुरू हुआ है और इसका असर पहले ही दिखने लगा है। आज  भारत ने दुनिया के सबसे लंबे ट्रैफिक जाम का रिकॉर्ड तोड़ा है, जो कि हैरान करने वाला है। यह जाम प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 के दौरान लगा। जानकारी के अनुसार, इस जाम की कुल लंबाई करीब 300 किलोमीटर तक बताई जा रही है।  स्थिति यह है कि प्रयागराज से लेकर मध्य प्रदेश के रीवा, जबलपुर, सिवनी और कटनी तक भारी जाम लगा हुआ है. पिछले 72 घंटों से यहां वाहनों की रेंगने की स्थिति बनी हुई है, जिससे यात्रियों को अत्यधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. 

महाकुंभ जाम की वजह और प्रभाव

महाकुंभ मेला एक अद्भुत धार्मिक अवसर है, लेकिन यह बेहद चुनौतीपूर्ण भी है। हर दिन लाखों लोग संगम के पास पहुंचते हैं, जिससे वाहनों की आवाजाही रुक जाती है। 2025 में प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान जो जाम लग रहा है, उसे पहले 3 दिन तक खोलने का कोई रास्ता नहीं निकल सका था। वाहनों की लंबी कतारें और श्रद्धालुओं की भीड़, दोनों मिलकर जाम का रूप लेती हैं। हर किसी की कोशिश होती है कि वह समय पर अपने स्थान तक पहुंच सके, लेकिन जाम ने किसी को भी नहीं छोड़ा।

दुनिया के पांच सबसे बड़े जाम

महाकुंभ के अलावा दुनिया में कुछ ऐसे अन्य जाम हैं जो इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गए। आइए जानते हैं उनके बारे में-

1. प्रयागराज महाकुंभ जाम (2025)

यह जाम प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 के दौरान लगा। जानकारी के अनुसार, इस जाम की कुल लंबाई करीब 300 किलोमीटर तक बताई जा रही है।  स्थिति यह है कि प्रयागराज से लेकर मध्य प्रदेश के रीवा, जबलपुर, सिवनी और कटनी तक भारी जाम लगा हुआ है. पिछले 72 घंटों से यहां वाहनों की रेंगने की स्थिति बनी हुई है, जिससे यात्रियों को अत्यधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. 

2. चीन का गुआंगझो जाम (2010)

साल 2010 में चीन के गुआंगझो में एक लंबा जाम लगा, जो लगभग 12 दिनों तक रहा। यहां तक कि यह जाम 100 किलोमीटर तक फैला था। यह जाम मुख्य रूप से ट्रकों के रुकने और निर्माण कार्यों के कारण लगा था। चीन में सड़कें इतनी व्यस्त हो गईं कि लोग पैदल भी चलने को मजबूर थे।

3. साओ पाओलो जाम (2012)

ब्राजील के साओ पाओलो में साल 2012 में एक जाम लगा, जो लगभग 300 किलोमीटर तक फैल गया। इसका कारण था भारी बारिश और यातायात नियंत्रण का न होना। कई घंटे तक लोग अपने वाहन में फंसे रहे और इस जाम में 12 से 15 घंटे तक का समय भी लग सकता था।

4. मुंबई की वाशी नवी मुंबई जाम (2017)

भारत में भी मुंबई के वाशी और नवी मुंबई के बीच एक बड़ा जाम लगा, जो लगभग 8 घंटे तक चला। इस जाम का कारण मुंबई के लगातार बढ़ते यातायात दबाव और निर्माण कार्य थे। इस जाम में हजारों वाहन फंसे रहे थे और लोग पैदल चलते रहे, लेकिन जाम खुलने के बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हो पाई।

5. काहिरा जाम (2013)

मिस्र के काहिरा में 2013 में एक विशाल जाम देखने को मिला, जो लगभग 60 किलोमीटर तक फैला था। यह जाम मुख्य रूप से सरकारी फैसलों और यातायात नियंत्रण के अभाव में हुआ था। काहिरा की संकरी गलियां और भारी ट्रैफिक ने स्थिति को और खराब कर दिया था।


जाम से निपटने के उपाय

 

ये जाम, चाहे वह महाकुंभ का हो या किसी अन्य स्थान का, किसी भी देश या शहर की आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों को प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे में कुछ उपायों की आवश्यकता है ताकि जाम की स्थिति को जल्द से जल्द सुलझाया जा सके।

  1. स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम
    उच्च तकनीक की मदद से ट्रैफिक का प्रबंधन किया जा सकता है। सिग्नल से लेकर कैमरा निगरानी और ट्रैकिंग सिस्टम्स से जाम की स्थिति पर नियंत्रण पाया जा सकता है।

  2. पब्लिक ट्रांसपोर्ट का विस्तार
    जाम की समस्या को सुलझाने का सबसे प्रभावी तरीका है पब्लिक ट्रांसपोर्ट का विस्तार। जब ज्यादा लोग अपनी कारों के बजाय पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करेंगे तो सड़कों पर वाहनों की संख्या कम होगी।

  3. सड़क निर्माण में सुधार
    यह जरूरी है कि सड़कें और हाईवे वक़्त पर तैयार हों। यदि निर्माण कार्य सुसंगत तरीके से किया जाए तो जाम की समस्या का समाधान हो सकता है।

  4. लोगों में जागरूकता
    जाम से बचने के लिए लोगों को जागरूक किया जाए कि वे समय से पहले अपनी यात्रा पूरी करें और सामूहिक यातायात के विकल्पों का इस्तेमाल करें।

 

Related Story

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!