Edited By Rahul Rana,Updated: 19 Nov, 2024 09:38 AM
इंदौर को आज स्वच्छता के मामले में देश में अग्रणी माना जाता है। यह शहर स्वच्छता को अपनी पहचान और संस्कार बना चुका है, और इसका असर अब दुनिया भर में दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंदौर की स्वच्छता को लेकर कहा था कि यह शहर स्वच्छता के...
नेशनल डेस्क। इंदौर को आज स्वच्छता के मामले में देश में अग्रणी माना जाता है। यह शहर स्वच्छता को अपनी पहचान और संस्कार बना चुका है, और इसका असर अब दुनिया भर में दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंदौर की स्वच्छता को लेकर कहा था कि यह शहर स्वच्छता के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका है। अब इंदौर ने इस उपलब्धि को और ऊंचा करते हुए "स्वच्छता की अष्ट सिद्धि" के लिए एक अनूठा अभियान शुरू किया है।
700 शौचालयों पर 1 लाख सेल्फी का रिकॉर्ड
आज इंदौर के नागरिकों ने शहर के 700 से ज्यादा सार्वजनिक शौचालयों में बनाए गए सेल्फी पॉइंट्स पर पहुंचकर एक लाख से अधिक सेल्फी ली, जिससे एक नया रिकॉर्ड बना है। यह अभियान वर्ल्ड टॉयलेट डे पर चलाया गया था और इसका उद्देश्य इंदौर को "वाटर प्लस" और "सेवन स्टार" जैसे महत्वपूर्ण सर्टिफिकेट दिलवाना था।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के लिए अहम कदम
यह कदम इंदौर के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इन सर्टिफिकेट्स से शहर को अगले स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में अतिरिक्त अंक मिलेंगे, जिससे इंदौर को आठवीं बार स्वच्छता में पहले स्थान पर आने का सपना पूरा करने में मदद मिलेगी। जिन शहरों के पास यह सर्टिफिकेट होते हैं, उन्हें सर्वेक्षण में अतिरिक्त अंक मिलते हैं और इससे प्रतियोगिता में इंदौर का पक्ष मजबूत होगा।
वाटर प्लस सर्टिफिकेट के लिए निरीक्षण
"वाटर प्लस" सर्टिफिकेट पाने के लिए शौचालयों की स्थिति, सुविधा घरों की व्यवस्था, जल स्रोतों की व्यवस्था और पानी की निकासी की जांच होती है। इंदौर ने इस सर्वेक्षण को ध्यान में रखते हुए सार्वजनिक शौचालयों और सुविधाघरों को सजाया है और इनमें सेल्फी पॉइंट्स बनाए हैं, ताकि नागरिक उत्साह से इन शौचालयों में जाकर सेल्फी लें और इस अभियान में भाग लें।
शौचालय सुपरस्पाट अभियान की शुरुआत
नगर निगम ने इस अभियान को "शौचालय सुपरस्पाट" नाम दिया है। इस अभियान की शुरुआत आज सुबह 7 बजे होटल मेरिएट के पास स्थित शारदा मठ सुलभ शौचालय से की गई। इस अवसर पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव और विधायक रमेश मेंदोला भी उपस्थित रहे। इस अभियान को सफल बनाने के लिए एनजीओ की टीम सुबह 5 बजे शौचालयों पर पहुंच गई और नागरिकों को सेल्फी पोर्टल पर उनकी तस्वीरें अपलोड करने में मदद की।