Edited By vasudha,Updated: 07 Oct, 2018 03:26 PM
आगामी चुनावों को लेकर रातनीतिक हलचल तेज हो गई है। सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। वहीं इसी बीच पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस को घमंड और अक्खड़पन छोडऩे की नसीहत दी है...
नेशनल डेस्क: आगामी चुनावों को लेकर रातनीतिक हलचल तेज हो गई है। सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। वहीं इसी बीच पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस को घमंड और अक्खड़पन छोडऩे की नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए ‘संयुक्त मोर्चा’ बनाए और समान विचार धारा वाले दलों से बातचीत शुरू करें।
सिन्हा ने ट्वीट कर कहा कि राजनीति में घमंड और अक्खड़पन खतरनाक होता है और पार्टी को इससे बचना चाहिए तथा प्रत्येक पार्टी से बातचीत शुरू कर देनी चाहिए और आगामी पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों को देखते हुए भाजपा के खिलाफ एक संयुक्त मोर्चा बनाए। उनका यह बयान बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती के उस बयान के बाद आया है जिनमें उन्होंने मध्य प्रदेश और राजस्थान विधानसभा चुनाव अकेले ही लडऩे की बात कही थी। समाजवादी पार्टी ने भी मध्य प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने से इंकार कर दिया है।
मायावती का यह फैसला कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि वह 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए एक संयुक्त मोर्चा बनाने के प्रयास में थी लेेकिन इन दोनों पार्टियों ने विधानसभा चुनाव अलग-अलग लडऩे की बात कह कर शायद इस मोर्चे के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है। गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने कल पांच राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ , तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनावों की घोषणा की थी।