Edited By Tanuja,Updated: 20 Oct, 2024 01:12 PM
भारत में वांटेड इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक की पाकिस्तान यात्रा और आंतकियों से कनैक्शन का खुलेआम सबूत सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट...
Islamabad: भारत में वांटेड इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक की पाकिस्तान यात्रा और आंतकियों से कनैक्शन का खुलेआम सबूत सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में जाकिर को आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लोगों के साथ गले मिलते देखा गया। यहीं नहीं उसने लाहौर की बादशाही मस्जिद में एक कार्यक्रम में लगभग 1.5 लाख लोगों की भीड़ के बीच भाषण भी दिया। इस दौरान उसे लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर मुजम्मिल इकबाल हाशमी, मुहम्मद हारिस धर और फैसल नदीम के साथ देखा गया। रिपोर्ट के अनुसार जाकिर 30 सितंबर को एक महीने की यात्रा पर पाकिस्तान पहुंचा ।
उसकी यह यात्रा स्टेट गेस्ट के तौर पर है, जो आमतौर पर विदेशी देशों के हाई प्रोफाइल नेताओं को दी जाती है। जाकिर की आतंकवादियों के साथ बैठकों ने जहां एक बार फिर अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान के आंतकी चेहरे की पोल खोल दी है वहीं दुनिया के लिए चिंता भी पैदा कर दी है। भारत ने जाकिर की यात्रा की निंदा की है।भारत में 2016 से वांटेड जाकिर पर भड़काऊ भाषण देने, मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद फैलाने के आरोप हैं। जुलाई 2016 में बांग्लादेश की राजधानी ढाका में 5 आतंकियों ने एक हमले को अंजाम दिया था, जिसमें 29 लोग मारे गए थे। इस घटना की जांच में जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, उनमें से एक ने बताया था कि वो जाकिर नाइक के भाषणों से प्रभावित है। इसके बाद मुंबई पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने मामले की जांच की।
शुरुआती जांच के बाद भारत की नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने उस पर 2016 में UAPA और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था। इसके बाद वह भारत से भागकर सऊदी अरब चला गया । वहां से मलेशिया चला गया और तब से वहीं रह रहा है। वहां मलेशिया के तत्कालीन PM महाथिर मोहम्मद ने उसे सरकारी संरक्षण मुहैया कराया था। 2017 में मुंबई के NIA कोर्ट ने नाइक के खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट जारी किया था। इसके बाद 2019 में मुंबई के स्पेशल कोर्ट ने भी उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया।
ED ने उसके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस दर्ज किया था। जाकिर नाइक के NGO इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) की जांच के दौरान कई गड़बड़ियां पाई गई थीं। जांच में ये भी पाया गया कि नाइक ने कई फर्जी कंपनियां रजिस्टर्ड करा रखी थीं। भारतीय गृह मंत्रालय ने नवंबर 2016 में IRF पर बैन लगा दिया था।भारत से भागने से पहले भी जाकिर नाइक विवादों में रह चुका है। उसने जुलाई 2008 में कहा था कि 11 सितंबर 2001 को अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले के लिए अल कायदा जिम्मेदार नहीं है।