Edited By Rohini Oberoi,Updated: 21 Jan, 2025 08:52 AM
ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो ने चालू वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। इन नतीजों में कंपनी के शुद्ध लाभ में भारी गिरावट देखने को मिली है लेकिन राजस्व में अच्छी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
नेशनल डेस्क। ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो ने चालू वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। इन नतीजों में कंपनी के शुद्ध लाभ में भारी गिरावट देखने को मिली है लेकिन राजस्व में अच्छी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
शुद्ध लाभ में 57% की गिरावट
जोमैटो का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 59 करोड़ रुपये रहा। यह पिछले साल की समान तिमाही के 138 करोड़ रुपये के मुकाबले 57% कम है। वहीं दूसरी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 176 करोड़ रुपये था यानी दूसरी तिमाही की तुलना में शुद्ध लाभ में 66.5% गिरावट हुई है।
परिचालन राजस्व में 64% की बढ़ोतरी
➤ समीक्षाधीन अवधि में कंपनी का परिचालन राजस्व एक साल पहले की समान तिमाही के 3,288 करोड़ रुपये से बढ़कर 5,405 करोड़ रुपये हो गया।
➤ दूसरी तिमाही के मुकाबले (जिसमें राजस्व 4,799 करोड़ रुपये था) कंपनी ने 13% की वृद्धि दर्ज की है।
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प्रमुख क्षेत्रों की प्रदर्शन रिपोर्ट
1. फूड डिलिवरी बिजनेस
➤ चालू तिमाही में फूड डिलिवरी से समायोजित राजस्व मामूली बढ़कर 2,413 करोड़ रुपये हुआ।
➤ दूसरी तिमाही में यह 2,340 करोड़ रुपये और पिछले साल की समान तिमाही में 2,062 करोड़ रुपये था।
➤ सकल ऑर्डर मूल्य (GOV) तीसरी तिमाही में 9,690 करोड़ रुपये रहा।
➤ यह दूसरी तिमाही के 9,913 करोड़ रुपये के मुकाबले थोड़ा कम है लेकिन पिछले साल के 8,486 करोड़ रुपये के मुकाबले 17% की वृद्धि हुई।
2. ब्लिंकइट (क्विक कॉमर्स यूनिट)
➤ ब्लिंकइट का राजस्व तीसरी तिमाही में 1,399 करोड़ रुपये रहा।
➤ यह दूसरी तिमाही के 1,156 करोड़ रुपये से 21% ज्यादा है।
➤ ब्लिंकइट का GOV तीसरी तिमाही में 7,798 करोड़ रुपये रहा जो दूसरी तिमाही के 6,132 करोड़ रुपये से 27% ज्यादा है।
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औसत ऑर्डर मूल्य:
: दूसरी तिमाही में 660 रुपये था जो तीसरी तिमाही में बढ़कर 700 रुपये हो गया।
डार्क स्टोर्स की संख्या:
: दूसरी तिमाही में 791 स्टोर्स थे जो अब बढ़कर 1,007 हो गए हैं।
3. गोइंग आउट बिजनेस
: "गोइंग आउट" खंड का राजस्व तीसरी तिमाही में 259 करोड़ रुपये रहा।
यह दूसरी तिमाही के 154 करोड़ रुपये और पिछले साल की समान तिमाही के 73 करोड़ रुपये से काफी ज्यादा है।
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GOV (सकल ऑर्डर मूल्य):
: यह एक तिमाही पहले के 1,849 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,495 करोड़ रुपये हो गया।
4. हाइपरप्योर (B2B सप्लाई बिजनेस)
: इस खंड का राजस्व तीसरी तिमाही में 1,671 करोड़ रुपये रहा।
: दूसरी तिमाही में यह 1,473 करोड़ रुपये और पिछले साल की समान तिमाही में 859 करोड़ रुपये था।
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नकद स्थिति
➤ जोमैटो ने पात्र संस्थागत निवेशक (QIP) से 8,446 करोड़ रुपये जुटाए जिससे उसकी कुल नकदी बढ़कर 19,235 करोड़ रुपये हो गई।
➤ कंपनी को निदेशक मंडल से 8,500 करोड़ रुपये तक जुटाने की मंजूरी मिली थी।
मुख्य कारण: लाभ में गिरावट क्यों हुई?
➤ फूड डिलिवरी मार्जिन में सुधार के बावजूद, क्विक कॉमर्स (ब्लिंकइट) के विस्तार पर अधिक खर्च किया गया।
➤ दूसरी तिमाही की तुलना में EBITDA (कमाई) में 14% गिरावट दर्ज की गई।
➤ प्लेटफॉर्म विस्तार और डार्क स्टोर नेटवर्क बढ़ाने में अधिक निवेश।
कुल मिलाकर जोमैटो ने परिचालन राजस्व और प्रमुख व्यवसायों में मजबूत प्रदर्शन किया है। हालांकि विस्तार और नई सेवाओं पर खर्च के कारण शुद्ध लाभ में गिरावट आई है। कंपनी के अनुसार आने वाले समय में यह सुधार की ओर बढ़ सकती है।