Edited By ,Updated: 16 Apr, 2015 01:22 PM
श्रीनगर में एक बार फिर पाकिस्तानी झंडे लहराने की घटना से बवाल मच गया है। हाल ही में जेल से छोड़े गए अलगाववादी नेता मुसरत आलम की अगुवाई में हुए एक विरोध प्रदर्शन में पाकिस्तानी झंडा लहराया गया।
श्रीनगर: श्रीनगर में एक बार फिर पाकिस्तानी झंडे लहराने की घटना से बवाल मच गया है। हाल ही में जेल से छोड़े गए अलगाववादी नेता मुसरत आलम की अगुवाई में हुए एक विरोध प्रदर्शन में पाकिस्तानी झंडा लहराया गया। दर्जनभर लोग पाक झंडा लिए हुए थे और भारत विरोधी नारे लगा रहे थे। गिलानी को आलम की अगुवाई में निकाले गए एक जुलूस में हवाई अड्डे से उनके आवास तक ले जाया गया।
इस बीच, आलम के खिलाफ गैर-कानूनी गतिविधि रोकथाम कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। मसर्रत के इस रवैया से केंद्र सरकार नाराज है और उसने इस मामले पर कार्रवाई को कहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने फोन कर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद से बात की है और उन्हें मसर्रत को तुरंत गिरफ्तार करने को कहा है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कल रात जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद से बात की और स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे से समझौता नहीं किया जा सकता। मुख्यमंत्री ने सिंह को बताया कि रैली में क्या हुआ था और वहां क्या स्थिति थी। उनके मुताबिक, सिंह ने सईद से कहा, 'ऐसे किसी भी कदम को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता जिसे राष्ट्रविरोधी करार दिया जा सकता है।'
गृह मंत्री ने निर्देश दिया कि जो लोग इसमें लिप्त थे उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। पांच साल के अंतराल के बाद, जम्मू कश्मीर सरकार ने कल गिलानी को रैली करने की अनुमति दी थी जहां जेल से पिछले माह रिहा हुए मसर्रत आलम सहित उनके समर्थकों ने पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए और अन्य ने पाकिस्तानी झंडे लहराए।
जम्मू-कश्मीर में पीडीपी की गठबंधन सहयोगी भाजपा ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजू ने कहा कि राज्य सरकार से कहा गया है कि कानून तोडऩे वालों पर वह कार्रवाई करे।