Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 25 Feb, 2025 12:57 PM

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के दौरान पाकिस्तान में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। कल रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के बीच एक रोमांचक मैच खेला जा रहा था। इस मैच के दौरान सुरक्षा के लिहाज से गंभीर घटना हुई जब एक आतंकी पिच पर...
खेल डेस्क: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के दौरान पाकिस्तान में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। कल रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के बीच एक रोमांचक मैच खेला जा रहा था। इस मैच के दौरान सुरक्षा के लिहाज से गंभीर घटना हुई जब एक आतंकी पिच पर घुस आया और न्यूजीलैंड के खिलाड़ी रचिन रविंद्र को जबरदस्ती गले लगाने की कोशिश की। इस घटना ने पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है और सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। साथ ही वीडियो में दिख रहा है कि वह रचिन को दबोचने की कोशिश कर रहा है।
पाकिस्तानी सुरक्षा व्यवस्था की खुली पोल
रावलपिंडी में मैच के दौरान जब एक व्यक्ति पिच पर घुसा और खिलाड़ी रचिन रविंद्र के पास पहुंच गया, तो यह घटना ने न केवल क्रिकेट प्रेमियों को बल्कि खिलाड़ियों और अधिकारियों को भी हैरान कर दिया। यह व्यक्ति प्रतिबंधित इस्लामी पार्टी तहरीक ए लब्बैक पाकिस्तान (TLP) का समर्थक था, जो इस घटना के बाद रचिन के पास जाकर उन्हें गले लगाने लगा। सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत उस व्यक्ति को मैदान से बाहर किया, लेकिन इस घटना के बाद सवाल उठने लगे हैं कि अगर इतनी बड़ी घटना एक मैच के दौरान हो सकती है तो बाकी सुरक्षा इंतजामों का क्या हाल होगा। इस घटना ने यह भी दिखा दिया कि पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था में कुछ गंभीर खामियां हैं, जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों के लिए खतरे का संकेत दे सकती हैं।
भारत की टीम ने क्यों पाकिस्तान जाने से किया मना?
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने पहले ही पाकिस्तान जाने से मना कर दिया था और इसके पीछे सुरक्षा कारणों का हवाला दिया था। चैंपियंस ट्रॉफी के अधिकांश मैच दुबई में आयोजित हो रहे हैं, जहां टीम इंडिया खेल रही है। पाकिस्तान में पिछले कुछ वर्षों में कई आतंकी हमले हो चुके हैं और ऐसे में भारत के लिए अपनी टीम को पाकिस्तान भेजना जोखिम भरा था।
आतंकवादियों का खतरा और सुरक्षा का संकट
इस घटना के बाद पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था की कड़ी आलोचना हो रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों ने इस घटना के बाद तत्काल कार्रवाई की, लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या सुरक्षा व्यवस्था में इतना बड़ा अंतर्राष्ट्रीय इवेंट सुरक्षित तरीके से आयोजित हो सकता है? इसके अलावा, रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि आतंकवादी संगठन ISIS-K (इस्लामिक स्टेट खुरासान) ने सुरक्षा के लिहाज से खतरे की घंटी बजाई है। पाकिस्तान के इंटेलिजेंस ब्यूरो ने इस्लामिक स्टेट खुरासान (ISIS-K) के संभावित खतरों के बारे में अलर्ट जारी किया है। इन खतरों में विदेशी दर्शकों का अपहरण और फिरौती मांगने की योजना भी शामिल है।
क्या पाकिस्तान में अब क्रिकेट मैच सुरक्षित हैं?
पाकिस्तान में क्रिकेट मैचों का आयोजन पहले भी कई बार सुरक्षा के संकट में रहा है। 2009 में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर हमले के बाद से क्रिकेट जगत में पाकिस्तान की सुरक्षा को लेकर संदेह उत्पन्न हुआ था। उस हमले में कई खिलाड़ी घायल हुए थे, और उसके बाद से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के सामने पाकिस्तान में मैच आयोजित करने के लिए कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
यह घटना भी इस सवाल को और बड़ा बनाती है कि क्या पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था इतनी मजबूत है कि आने वाले दिनों में होने वाले मैच सुरक्षित रूप से आयोजित किए जा सकते हैं। इस सुरक्षा संकट के बीच, पाकिस्तान सरकार ने सुरक्षा इंतजामों को और मजबूत करने का दावा किया है, लेकिन इन घटनाओं से यह साफ हो रहा है कि खिलाड़ियों और दर्शकों के लिए खतरे का स्तर अब भी गंभीर बना हुआ है।