Edited By Archna Sethi,Updated: 18 Mar, 2025 07:32 PM

तीन करोड़ पंजाबी नशे के खिलाफ मैदान में उतरेंगे
चंडीगढ़,, 18 मार्च (अर्चना सेठी) राज्य में नशे की लानत के खिलाफ आर-पार की लड़ाई की शुरुआत करते हुए दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक अप्रैल से नशे के खिलाफ जन आंदोलन छेड़ने का ऐलान किया।
यहां इंडोर स्टेडियम में एक बड़े जनसमूह को संबोधित करते हुए दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि एक अप्रैल से चंद नशा तस्करों को खदेड़ने के लिए तीन करोड़ पंजाबी मैदान में उतरेंगे, क्योंकि ये तस्कर पैसे कमाने के लालच में पंजाब की पीढ़ियों को बर्बाद कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब सरकार एक अप्रैल से नशे के खिलाफ व्यापक जन अभियान शुरू करेगी और हर पंजाबी से इस जंग का सिपाही बनने की अपील की। उन्होंने कहा कि हर पार्टी कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर नशे के सफाए के लिए काम करेगा और यह एक निर्णायक लड़ाई होगी।
आप के राष्ट्रीय संयोजक ने एंटी-ड्रग हेल्पलाइन नंबर 9779100200 जारी करते हुए जनता से अपील की कि वे अपने इलाके में नशा बेचने वालों की जानकारी इस नंबर पर साझा करें। उन्होंने आश्वासन दिया कि सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी और नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की कि पूरे राज्य में नशे की स्थिति की वास्तविकता जानने के लिए जनगणना करवाई जाएगी। इसके तहत टीमें घर-घर जाकर नशे की वास्तविक स्थिति का पता लगाएंगी और पीड़ितों की पहचान गोपनीय रखते हुए उनके सुधार के लिए कदम उठाए जाएंगे।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए हर गांव में खेल मैदान और जिम खोले जाएंगे। यह पहल युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में मोड़ने और उन्हें राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदार बनाने में मदद करेगी।दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 5000 नए होम गार्ड भर्ती किए जा रहे हैं और उन्हें राज्य के सीमावर्ती जिलों में तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले तीन वर्षों में हर स्तर पर ठोस रणनीति बनाई है और अब इसे लागू किया जा रहा है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछली सरकारों के मंत्री नशे को संरक्षण देते थे और सत्ता की लालसा के लिए पंजाब की पीढ़ियों को बर्बाद कर रहे थे।
'आप' के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि इन नेताओं ने सिर्फ अपने निजी स्वार्थ के लिए नशा, रेत, ट्रांसपोर्ट, केबल और अन्य माफियाओं को शरण दी थी। उन्होंने कहा कि इन नेताओं को सत्ता से बाहर कर दिया गया और उनकी जगह उस सरकार ने ली, जिसके नेता ने सार्वजनिक रूप से शपथ ली थी कि चार महीनों में नशे का सफाया कर दिया जाएगा। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जमीनी स्तर पर कुछ भी नहीं हुआ क्योंकि यह महाराजा जनता की पहुंच से बाहर रहा और लोगों की परवाह किए बिना केवल सत्ता का आनंद लेने के लिए अपने पद का उपयोग करता रहा।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अब नशे के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ाई शुरू कर दी गई है और जल्द ही राज्य से इस अभिशाप का सफाया कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नशे के सरगनाओं और कभी राज्य के शक्तिशाली मंत्री रहे उन लोगों को भी बख्शा नहीं जाएगा, जो इस घिनौने अपराध में शामिल थे, और उन्हें भी सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
'आप' के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सीमा पार से नशे की आपूर्ति रोकने के लिए एंटी-ड्रोन टेक्नोलॉजी स्थापित की जाएगी क्योंकि 70 प्रतिशत नशे पाकिस्तान से सप्लाई किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई से घबराकर देश विरोधी ताकतें राज्य की प्रगति और समृद्धि को अस्थिर करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य भर में हुए ग्रेनेड हमले इसी साजिश का हिस्सा हैं। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और राज्य की दुश्मन इन ताकतों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।