जयपुर गैस टैंकर हादसा: मंजिल पर पहुंचने से ठीक पहले 70 फीसदी झुलसी विनीता की भी थमी सांसें

Edited By Pardeep,Updated: 25 Dec, 2024 11:35 PM

burnt vinita also breathed her last just before reaching her destination

बाइस साल की विनीता ने जयपुर पहुंचने के लिए जब उदयपुर से ट्रेन के बजाय एक निजी बस में बैठने का फैसला किया तो उसे पता नहीं था कि वह अपनी मंजिल पर पहुंचने से पहले ही जानलेवा हादसे का शिकार हो जाएगी।

जयपुरः बाइस साल की विनीता ने जयपुर पहुंचने के लिए जब उदयपुर से ट्रेन के बजाय एक निजी बस में बैठने का फैसला किया तो उसे पता नहीं था कि वह अपनी मंजिल पर पहुंचने से पहले ही जानलेवा हादसे का शिकार हो जाएगी। 

दरअसल जयपुर के गैस टैंकर हादसे के समय विनीता बस के दरवाजे के पास खड़ी थी और जयपुर में 200 फुट बाइपास पर उसके रुकने का इंतजार कर रही थी, लेकिन 'स्टॉप' से कुछ मीटर पहले ही आग की तेज लपटों ने पूरी बस को घेर लिया। इसमें विनिता गंभीर रूप से झुलस गई। यहां एसएमएस अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझने के पांच दिन बाद बुधवार तड़के उसकी मौत हो गई। 

विनीता इस हादसे में गंभीर रूप से झुलसे उन तीन लोगों में से एक है जिन्होंने बुधवार को दम तोड़ दिया। वह उदयपुर से जयपुर जा रही उस बस में सवार थी जो शुक्रवार सुबह जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक ट्रक और एलपीजी टैंकर के बीच टक्कर के बाद आग की चपेट में आ गई। इस भीषण हादसे में झुलसे तीन और लोगों की मौत के साथ ही मृतकों की संख्या 18 हो गई, जबकि 14 का इलाज जारी है। 

विनिता के पिता रामचंद्र ने बताया ‘‘ वह परीक्षा देने उदयपुर गई थी और शुक्रवार सुबह ट्रेन से जयपुर आने वाली थी लेकिन उसने बृहस्पतिवार रात को ही स्लीपर बस से जयपुर जाने का निर्णय ले लिया क्योंकि उसे लगा कि वह जल्दी पहुंच जाएगी।'' उन्होंने बताया कि ‘‘ मुझे उम्मीद थी कि वह फोन करके बताएगी कि वह जयपुर पहुंच गई है। मुझे फोन आया लेकिन यह सुनकर सदमा लगा कि बस में आग लगी हुई है।" 

उन्होंने बताया, "जब आग लगी, तो उसने तुरंत मुझे फोन किया। मैं सुनकर स्तब्ध रह गया। फोन कट गया और कुछ देर बाद हमें पता चला कि वह बुरी तरह से घायल हो गई है।" उन्होंने बताया कि आग लगने के बाद विनीता बस से कूद गई और कुछ दूर तक भागी, लेकिन तब तक वह गंभीर रूप से झुलस चुकी थी। वह 70 फीसदी झुलस गई थी, उसे अस्पताल की गहन चिकित्सा ईकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था। प्रतापगढ़ के रहने वाले रामचंद्र ने बताया कि विनीता जयपुर में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी। वह अपनी छोटी बहन के साथ जयपुर में रह रही थी। पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर प्रतापगढ़ के लिए रवाना हो गए। हादसे में झुलसे 14 और लोगों का यहां एसएमएस अस्पताल में इलाज जारी है। 

सरकारी एसएमएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सुशील भाटी ने बताया, ‘‘हादसे में गंभीर रूप से झुलसे एक पुरुष और दो महिलाओं की बुधवार को मौत हो गई।'' उन्होंने कहा, "तीन और व्यक्तियों की मौत के साथ अब तक कुल 18 लोगों की मौत हो चुकी है। अस्पताल में भर्ती दो लोगों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है।'' जयपुर के भांकरोटा इलाके में शुक्रवार तड़के जयपुर-अजमेर राजमार्ग पर एक ट्रक और एलपीजी से भरे टैंकर के बीच टक्कर हो गई थी और इसके बाद भीषण आग लग गई थी जिसकी चपेट में 35 से अधिक वाहन आ गए थे। घटना वाले दिन 11 लोगों की मौत हुई थी और अब मृतकों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है। 

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