Edited By Anjna,Updated: 24 Oct, 2024 09:33 AM
पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह की YouWeCan फाउंडेशन द्वारा ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए बनाए गए एक पोस्टर ने सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा कर दिया है। यह पोस्टर दिल्ली मेट्रो में प्रदर्शित किया गया था, जिसमें महिलाओं के स्तन को...
नेशनल डेस्क: पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह की YouWeCan फाउंडेशन द्वारा ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए बनाए गए एक पोस्टर ने सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा कर दिया है। यह पोस्टर दिल्ली मेट्रो में प्रदर्शित किया गया था, जिसमें महिलाओं के स्तन को ‘संतरे’ के रूप में संदर्भित किया गया था। इस शब्द के इस्तेमाल पर सोशल मीडिया यूजर्स ने नाराजगी जताई और युवराज सिंह के संगठन की आलोचना की।
पोस्टर में क्या था?
इस क्रिएटिव पोस्टर में संदेश दिया गया था कि, "हर महीने एक बार अपने 'संतरे' चेक करें," जिसका उद्देश्य ब्रेस्ट कैंसर की समय पर जांच और रोकथाम पर जोर देना था। पोस्टर में एक महिला को बस में खड़े दिखाया गया, जिसके हाथ में दो संतरे थे, जबकि अन्य बुजुर्ग महिलाएं बैठी थीं, जिनमें से एक के पास संतरे का डिब्बा था। यह विजुअल प्रतीकात्मक था, लेकिन इसे कई लोगों ने अनुचित और असंवेदनशील माना।
How will a country raise Breast Cancer Awareness is we can’t even call breasts what they are. Saw this at Delhi Metro and like what the hell? Check your oranges? Who makes these campaigns, who approves them? Are we governed by such dumb people that they let this poster become… pic.twitter.com/YAZ5WYSxXf
— Confusedicius (@Erroristotle) October 22, 2024
सोशल मीडिया पर बढ़ता आक्रोश
पोस्टर को लेकर सोशल मीडिया पर कई लोगों ने नाराजगी व्यक्त की। एक यूजर ने पोस्टर के शब्दों और प्रतीकों के इस्तेमाल की आलोचना करते हुए कहा, "अगर हम स्तन को उसके असली नाम से नहीं पुकार सकते, तो ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जागरूकता कैसे फैलेगी?" कई अन्य यूजर्स ने भी इस विज्ञापन को लेकर दिल्ली मेट्रो और YouWeCan फाउंडेशन की आलोचना की और पोस्टर को जल्द से जल्द हटाने की मांग की।
पोस्टर हटाने की मांग
कई यूजर्स ने युवराज सिंह और दिल्ली मेट्रो को टैग करते हुए अपील की कि इस पोस्टर को तुरंत हटाया जाए। एक अन्य यूजर ने लिखा, "कैसे इस तरह के पोस्टरों को सार्वजनिक स्थानों पर लगाने की अनुमति दी गई?" पोस्टर के प्रतीकात्मक संदर्भ को लेकर लोगों ने सवाल उठाए और इसे लेकर सोचने पर मजबूर होना पड़ा कि क्या इस तरह के जागरूकता अभियानों के लिए बेहतर शब्दावली का इस्तेमाल किया जा सकता है।
YouWeCan फाउंडेशन के इस जागरूकता अभियान का मकसद भले ही नेक था, लेकिन इसके क्रिएटिव प्रस्तुतीकरण ने विवाद खड़ा कर दिया है। इस मामले पर अब युवराज सिंह या उनकी फाउंडेशन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, पोस्टर को लेकर हो रही आलोचना और इसे हटाने की मांगें जोर पकड़ रही हैं।