Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 09 Mar, 2025 12:53 PM

भारत में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में महिलाओं के नामांकन में 26 प्रतिशत की साल-दर-साल वृद्धि दर्ज की गई है।
इंटरनेशनल डेस्क: भारत में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में महिलाओं के नामांकन में 26 प्रतिशत की साल-दर-साल वृद्धि दर्ज की गई है। यह न केवल शिक्षा के प्रति महिलाओं की बढ़ती रुचि को दर्शाता है बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव का भी संकेत देता है। जहां महिलाओं के नामांकन में 26 प्रतिशत की वृद्धि हुई, वहीं इसी अवधि में पुरुषों के नामांकन में केवल 3.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई। इससे यह साफ़ होता है कि महिलाएं अब उच्च शिक्षा की ओर अधिक झुकाव दिखा रही हैं और करियर को लेकर अधिक गंभीर हो रही हैं।
कुल छात्र नामांकन में 12 प्रतिशत की वृद्धि
टीमलीज एडटेक की रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 से 2024 के बीच कुल छात्र नामांकन में लगभग 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसमें विशेष रूप से वर्क-लिंक्ड, वर्क-इंटीग्रेटेड और डायरेक्ट एडमिशन (DA) कार्यक्रमों में महिलाओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही है।
वर्क-इंटीग्रेटेड प्रोग्राम में महिलाओं की भागीदारी 124% बढ़ी
महिलाओं की भागीदारी केवल पारंपरिक डिग्री पाठ्यक्रमों तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि वर्क-लिंक्ड और वर्क-इंटीग्रेटेड प्रोग्राम्स में भी उनकी उपस्थिति दोगुनी से अधिक हो गई। इन कार्यक्रमों में महिलाओं के नामांकन में 124 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है। इसी अवधि में पुरुषों के नामांकन में भी 66 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई।
समान कार्यबल की ओर एक ठोस कदम
टीमलीज एडटेक के संस्थापक और सीईओ शांतनु रूज ने कहा कि यह प्रवृत्ति भविष्य में एक समान कार्यबल के निर्माण की ओर संकेत कर रही है। उन्होंने कहा, "विश्वविद्यालय और कार्य-इंटीग्रेटेड कार्यक्रमों में महिला आवेदकों की बढ़ती संख्या इस बात का प्रमाण है कि महिलाएं अब अधिक महत्वाकांक्षी हो रही हैं। हमें सिर्फ उच्च शिक्षा तक सीमित न रहकर इस प्रवृत्ति को कार्यस्थलों तक भी बढ़ाना होगा।"
उद्योग-आधारित शिक्षा में निवेश की जरूरत
रूज का मानना है कि महिलाओं को करियर में आगे बढ़ाने के लिए उद्योग-आधारित शिक्षा में अधिक निवेश किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "हमें उद्योग-संरेखित शिक्षा मार्गों में अधिक संसाधन लगाने होंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि महिलाएं कल के कार्यस्थलों में प्रभावी रूप से भागीदारी कर सकें।"