Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 20 Mar, 2025 03:18 PM

बुखार, सिरदर्द, या शरीर में दर्द होने पर हम में से ज्यादातर लोग पैरासिटामोल या डोलो 650 का इस्तेमाल करते हैं। ये दोनों ही दवाएं दर्द और बुखार को कम करने में मदद करती हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि इनमें से कौन सी दवा ज्यादा प्रभावी है? डोलो 650 और...
नेशनल डेस्क: बुखार, सिरदर्द, या शरीर में दर्द होने पर हम में से ज्यादातर लोग पैरासिटामोल या डोलो 650 का इस्तेमाल करते हैं। ये दोनों ही दवाएं दर्द और बुखार को कम करने में मदद करती हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि इनमें से कौन सी दवा ज्यादा प्रभावी है? डोलो 650 और पैरासिटामोल में क्या अंतर है, और कौन सी दवा आपके लिए सही रहेगी? आइए जानें इन दोनों दवाओं के बारे में विस्तार से।
पैरासिटामोल और डोलो 650 का अंतर
1. पैरासिटामोल क्या है?
पैरासिटामोल एक जेनरिक दवा है, जो बुखार और दर्द को कम करने के लिए उपयोग की जाती है। यह दवा 1960 से बाजार में है और इसे बिना डॉक्टर के पर्चे के मेडिकल स्टोर से खरीदा जा सकता है। यह दवा एक एंटी-पायरेटिक (बुखार कम करने वाली) और एनाल्जेसिक (पेन किलर) है, जो सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, और हल्के जुखाम के लक्षणों को कम करती है।
2. डोलो 650 क्या है?
डोलो 650 भी पैरासिटामोल का ही एक ब्रांड है, जिसमें 650mg पैरासिटामोल होता है, जबकि सामान्य पैरासिटामोल की गोली में 500mg सक्रिय घटक होता है। डोलो 650 विशेष रूप से बुखार के साथ-साथ शरीर में सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है। इसे Micro Labs Ltd द्वारा बनाया जाता है और यह अधिकतर बुखार, फ्लू, और शरीर के दर्द में प्रभावी साबित होता है। यह दवा कोरोना महामारी के दौरान भी बहुत लोकप्रिय हो गई थी, जब लोग इसे बुखार और दर्द के इलाज के लिए ज्यादा सर्च करने लगे थे।
डोलो 650 या पैरासिटामोल कौन सी दवा ज्यादा असरदार है?
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हल्का बुखार: अगर आपको हल्का बुखार है, तो पैरासिटामोल 500mg पर्याप्त है। यह बुखार को जल्दी और प्रभावी तरीके से कम करता है।
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ज्यादा बुखार या बार-बार होने वाला बुखार: अगर आपको बार-बार बुखार हो रहा है या बुखार ज्यादा है, तो डोलो 650 ज्यादा कारगर हो सकता है। इसमें अधिक पैरासिटामोल होता है, जो ज्यादा प्रभावी होता है।
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गंभीर दर्द और फ्लू: अगर आपको गंभीर दर्द या फ्लू के लक्षण हैं, तो डोलो 650 एक बेहतर विकल्प हो सकता है, क्योंकि यह शरीर के दर्द और सूजन को भी कम करता है।
हालांकि, यह जरूरी है कि इन दोनों दवाओं का सेवन डॉक्टर की सलाह पर किया जाए, क्योंकि इनकी खुराक और उपयोग की सही तरीका बहुत महत्वपूर्ण है।
पैरासिटामोल और डोलो 650 की सावधानियां
हालांकि ये दोनों दवाएं सुरक्षित मानी जाती हैं, इनका ओवरडोज स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इन दवाओं के अत्यधिक सेवन से पेट में दर्द, गैस्ट्रिक समस्या, लीवर पर असर, मतली, उल्टी, और एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
अतिरिक्त सावधानियां:
- अगर आपको लीवर या किडनी की कोई समस्या है, तो बिना डॉक्टर की सलाह के इन दवाओं का सेवन न करें।
- अगर आप पहले से किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, तो भी डॉक्टर से सलाह लेकर ही इन दवाओं का इस्तेमाल करें।