Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 13 Mar, 2025 03:16 PM

समय के साथ महंगाई बढ़ती है और चीजों के दाम बढ़ने से हमारी करेंसी की वैल्यू कम हो जाती है। इसका सीधा असर हमारी खरीदारी क्षमता पर पड़ता है।
नेशनल डेस्क: समय के साथ महंगाई बढ़ती है और चीजों के दाम बढ़ने से हमारी करेंसी की वैल्यू कम हो जाती है। इसका सीधा असर हमारी खरीदारी क्षमता पर पड़ता है। अगर हम 10 साल पहले की तुलना करें, तो 1000 रुपये में काफी कुछ खरीद सकते थे, लेकिन आज उतने ही पैसों में सीमित चीजें मिलती हैं। इसी तरह, आज 1 करोड़ रुपये से जितनी खरीदारी कर सकते हैं, 10 साल बाद उतनी ही खरीदारी के लिए अधिक पैसे खर्च करने होंगे।
महंगाई दर का गणित, 10 साल बाद कितनी घटेगी वैल्यू?
भारत में महंगाई दर समय-समय पर बदलती रहती है। जनवरी 2024 में खुदरा महंगाई दर 4.3% थी, लेकिन लॉन्ग टर्म के लिए इसे औसतन 5.5% माना जा सकता है। इस औसत दर को आधार बनाकर महंगाई की गणना करें तो:
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आज के 1 करोड़ रुपये की वास्तविक वैल्यू 10 साल बाद घटकर लगभग 58.4 लाख रुपये रह जाएगी।
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यानी अगर आज आप 1 करोड़ रुपये में जितनी खरीदारी कर सकते हैं, उसी खरीदारी के लिए 10 साल बाद 1.70 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ेंगे।
पैसों की वैल्यू बचाने के लिए क्या करें?
अगर आप चाहते हैं कि आपके पैसे की वैल्यू समय के साथ बनी रहे, तो सिर्फ सेविंग करने से काम नहीं चलेगा। इसके लिए आपको स्मार्ट निवेश करना होगा।
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इक्विटी म्यूचुअल फंड्स – लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न दे सकते हैं।
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गोल्ड या सिल्वर इन्वेस्टमेंट – महंगाई के मुकाबले बेहतर सुरक्षा दे सकता है।
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रियल एस्टेट – समय के साथ कीमतें बढ़ने की संभावना रहती है।
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बॉन्ड्स और एफडी – कम जोखिम वाले विकल्प हो सकते हैं।