Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 22 Mar, 2025 01:19 PM
निवेश करने के लिए कई विकल्प मौजूद हैं, लेकिन जब बात आती है SIP (Systematic Investment Plan) और PPF (Public Provident Fund) की, तो ये दोनों ही सबसे लोकप्रिय और भरोसेमंद विकल्प माने जाते हैं। दोनों का उद्देश्य लांग-टर्म निवेश और बचत है
नेशनल डेस्क: निवेश करने के लिए कई विकल्प मौजूद हैं, लेकिन जब बात आती है SIP (Systematic Investment Plan) और PPF (Public Provident Fund) की, तो ये दोनों ही सबसे लोकप्रिय और भरोसेमंद विकल्प माने जाते हैं। दोनों का उद्देश्य लांग-टर्म निवेश और बचत है, लेकिन दोनों में बहुत फर्क भी है। जहां PPF एक सुरक्षित सरकारी योजना है, वहीं SIP म्यूचुअल फंड के माध्यम से बाजार पर आधारित निवेश है। इस लेख में हम दोनों के बीच के प्रमुख अंतर को समझेंगे और यह जानेंगे कि इन दोनों में से कौन सा निवेश 15 साल में ज्यादा रिटर्न दे सकता है।
PPF और SIP में क्या फर्क है?
PPF (Public Provident Fund) एक सरकारी योजना है जो दीर्घकालिक बचत और रिटायरमेंट के लिए बनाई गई है। इसमें आपका निवेश पूरी तरह से सुरक्षित रहता है, क्योंकि इसकी गारंटी भारत सरकार देती है। PPF में ब्याज दर स्थिर रहती है और वर्तमान में यह 7.1% के आसपास है। दूसरी ओर, SIP (Systematic Investment Plan) एक बाजार आधारित निवेश विकल्प है। SIP के तहत आप म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते हैं, और म्यूचुअल फंड्स की परफॉर्मेंस और बाजार की स्थिति के आधार पर आपका रिटर्न बदलता रहता है। SIP के जरिए आप इक्विटी म्यूचुअल फंड्स, डेट म्यूचुअल फंड्स या हाइब्रिड म्यूचुअल फंड्स में निवेश कर सकते हैं।
SIP और PPF: 15 साल में कितना रिटर्न मिलेगा?
मान लीजिए आप हर साल ₹1,00,000 (₹8,333 प्रति माह) निवेश करते हैं और PPF में 7.1% ब्याज दर और SIP में 12% रिटर्न की उम्मीद रखते हैं, तो आइए देखें कि 15 साल में इन दोनों निवेशों से कितनी राशि मिल सकती है।
समय (साल) |
कुल निवेश (₹) |
PPF रिटर्न (7.1%) |
SIP रिटर्न (12%) |
5 साल |
₹5,00,000 |
₹6,63,000 |
₹7,65,000 |
10 साल |
₹10,00,000 |
₹15,00,000 |
₹22,16,000 |
15 साल |
₹15,00,000 |
₹28,87,000 |
₹43,69,000 |
यहां पर देखा जा सकता है कि SIP का रिटर्न 15 साल में ₹14.5 लाख ज्यादा मिलता है। अगर SIP में रिटर्न 15% होता है, तो यह राशि और भी ज्यादा बढ़ सकती है।
SIP और PPF में कौन सा विकल्प बेहतर है?
1. जोखिम (Risk)
PPF एक पूरी तरह से सुरक्षित निवेश है क्योंकि यह सरकार द्वारा समर्थित है। इसमें कोई बाजार जोखिम नहीं होता और ब्याज दर भी स्थिर रहती है। वहीं SIP में निवेश करते वक्त बाजार की स्थिति और म्यूचुअल फंड्स की परफॉर्मेंस के हिसाब से रिटर्न में उतार-चढ़ाव हो सकता है। इसलिए अगर आप बिना किसी जोखिम के निवेश करना चाहते हैं, तो PPF आपके लिए बेहतर रहेगा।
2. लिक्विडिटी (Liquidity)
PPF में 15 साल का लॉक-इन पीरियड होता है। हालांकि, आप 7 साल बाद कुछ राशि निकाल सकते हैं, लेकिन पूरी राशि को निकालने के लिए आपको 15 साल तक इंतजार करना पड़ता है। इसके विपरीत, SIP में ज्यादा लिक्विडिटी होती है। आप किसी भी समय अपने निवेश को निकाल सकते हैं या SIP को बंद कर सकते हैं। SIP का यह लचीलापन आपको ज्यादा सुविधा देता है।
3. टैक्स लाभ (Tax Benefits)
PPF में आप जितना निवेश करते हैं, उस पर आपको Section 80C के तहत टैक्स बचत मिलती है (₹1.5 लाख तक)। इसके अलावा, PPF पर मिलने वाला ब्याज भी टैक्स-फ्री होता है। SIP में अगर आप ELSS (Equity-Linked Saving Scheme) फंड्स में निवेश करते हैं, तो आपको टैक्स लाभ मिलता है, लेकिन SIP के रिटर्न पर कैपिटल गेन टैक्स लागू होता है। इसलिए, टैक्स के लिहाज से दोनों के बीच थोड़े अंतर होते हैं।
4. लंबी अवधि में रिटर्न (Long-Term Returns)
यदि आप लंबी अवधि के लिए निवेश करने जा रहे हैं, तो SIP के रिटर्न ज्यादा आकर्षक हो सकते हैं, खासकर अगर आपने इक्विटी म्यूचुअल फंड्स का चयन किया हो। SIP में बाजार की स्थिति और म्यूचुअल फंड्स की परफॉर्मेंस के आधार पर रिटर्न अधिक हो सकते हैं। वहीं, PPF में ब्याज दर स्थिर रहती है और रिटर्न की उम्मीद अधिक नहीं होती।
PPF या SIP – कौन सा निवेश आपके लिए बेहतर है?
1. यदि आप कम जोखिम लेना चाहते हैं:
अगर आप जोखिम से बचना चाहते हैं और सुरक्षित और गारंटी वाली योजनाओं में निवेश करना चाहते हैं, तो PPF आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। यह रिटायरमेंट या लंबी अवधि के बचत के लिए उपयुक्त है।
2. यदि आप ज्यादा रिटर्न चाहते हैं और थोड़ी जोखिम लेने के लिए तैयार हैं:
अगर आप निवेश के साथ अधिक रिटर्न चाहते हैं और थोड़ा जोखिम लेने के लिए तैयार हैं, तो SIP एक बेहतर विकल्प हो सकता है, खासकर जब आप लंबे समय तक निवेश करते हैं और म्यूचुअल फंड्स का प्रदर्शन अच्छा रहता है।