Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 16 Apr, 2025 04:28 PM
गोल्ड की कीमतें इस समय रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच चुकी हैं। घरेलू बाजार में 10 ग्राम सोना ₹95,300 के पार चला गया है और एक्सपर्ट्स का मानना है कि जल्द ही यह ₹1.25 लाख प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। इतना ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की...
नेशनल डेस्क: गोल्ड की कीमतें इस समय रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच चुकी हैं। घरेलू बाजार में 10 ग्राम सोना ₹95,300 के पार चला गया है और एक्सपर्ट्स का मानना है कि जल्द ही यह ₹1.25 लाख प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। इतना ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतों में ऐतिहासिक तेजी देखी जा रही है।
गोल्ड में तेजी के पीछे ये 10 बड़े कारण
सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल के पीछे कई ग्लोबल और घरेलू फैक्टर जिम्मेदार हैं। आइए जानें कौन से हैं वो 10 कारण:
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अमेरिका की टैरिफ पॉलिसी: डोनाल्ड ट्रंप की रेसिप्रोकल टैरिफ पॉलिसी से दुनियाभर के बाजारों में घबराहट है जिससे निवेशक गोल्ड में शिफ्ट हो रहे हैं।
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US में इंपोर्ट जांच: सेमीकंडक्टर और फार्मा जैसे सेक्टरों की इंपोर्ट जांच से अमेरिका में अनिश्चितता बढ़ी है।
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गोल्ड की सुरक्षित मांग: शेयर बाजार की अस्थिरता के कारण गोल्ड को ‘सेफ हैवन’ मानकर लोग इसमें निवेश बढ़ा रहे हैं।
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डॉलर की कमजोरी: डॉलर इंडेक्स करीब 3 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है, जिससे गोल्ड को सपोर्ट मिल रहा है।
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सेंट्रल बैंकों की खरीदारी: दुनियाभर के सेंट्रल बैंक गोल्ड रिजर्व बढ़ा रहे हैं।
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महंगाई का खतरा: अमेरिका में टैरिफ वॉर की वजह से महंगाई बढ़ने की आशंका है।
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इकोनॉमिक इंडेक्स में बदलाव: न्यूयॉर्क मैन्युफैक्चरिंग इंडेक्स 8% बढ़ा है जो बाजार में अनिश्चितता का संकेत है।
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चीन में बढ़ी खरीदारी: अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर के डर से चीन में सोने की खरीद अचानक बढ़ी है।
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गोल्ड ETF में निवेश: चीन और यूरोप में गोल्ड ETF में रिकॉर्ड निवेश हुआ है।
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ब्याज दरों में गिरावट की उम्मीद: अमेरिका में इस साल ब्याज दरों में 1% की कटौती संभव है, जिससे सोने की डिमांड और बढ़ेगी।
एक्सपर्ट्स की बड़ी भविष्यवाणी
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Goldman Sachs का अनुमान है कि साल 2025 के अंत तक सोना $3,700 प्रति औंस पहुंच सकता है।
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UBS ने इस साल का लक्ष्य $3,500 प्रति औंस रखा है।
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Bank of America का मानना है कि 2026 तक सोना $3,350 प्रति औंस तक जा सकता है।
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घरेलू बाजार में इन अनुमानों के मुताबिक सोना ₹1.25 लाख प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है।
गोल्ड ने कितना दिया रिटर्न?
अवधि |
रिटर्न |
7 दिन |
6% |
1 महीना |
8% |
3 महीने |
20% |
2025 (अभी तक) |
22% |
1 साल |
30% |
3 साल |
78% |
ETF और निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी
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यूरोप में पहली तिमाही में $4.6 बिलियन का निवेश हुआ।
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पिछले महीने 92 टन गोल्ड ETF के जरिए खरीदा गया।
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उत्तरी अमेरिका में गोल्ड ETF की होल्डिंग में 67 टन की बढ़ोतरी हुई।
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चीन में केवल एक हफ्ते में 7.6 अरब युआन का निवेश ETF के जरिए हुआ।
गोल्ड की प्राइस हिस्ट्री: कहां से कहां पहुंचा
अब सभी की निगाहें इसपर टिकी हैं कि क्या सोना जल्द ही ₹1.25 लाख प्रति तोला का आंकड़ा पार कर पाएगा?