Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 25 Jan, 2025 06:08 PM
ईरान में दो लड़कियों को एक सोशल मीडिया वीडियो के कारण गिरफ्तार किया गया है, जिसमें वे तेहरान के एक युद्ध स्मारक पर डांस कर रही थीं। यह वीडियो इंस्टाग्राम पर वायरल हुआ और इसके बाद से पूरे देश में इस पर विवाद छिड़ गया है।
नेशनल डेस्क: ईरान में दो लड़कियों को एक सोशल मीडिया वीडियो के कारण गिरफ्तार किया गया है, जिसमें वे तेहरान के एक युद्ध स्मारक पर डांस कर रही थीं। यह वीडियो इंस्टाग्राम पर वायरल हुआ और इसके बाद से पूरे देश में इस पर विवाद छिड़ गया है। दोनों लड़कियों के खिलाफ सार्वजनिक अशोभनीय व्यवहार का आरोप लगाया गया है और उन्हें सजा मिलने की संभावना जताई जा रही है। यह घटना ईरान-इराक युद्ध में शहीद सैनिकों की याद में बनाए गए सैक्रेड डिफेंस वॉर मेमोरियल पर हुई, जो 1980-1982 के दौरान हुआ था। दोनों लड़कियां इस स्मारक पर डांस करते हुए एक वीडियो बना रही थीं, जिसे बाद में इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया गया। ईरानी अधिकारियों ने इस वीडियो को अशोभनीय बताया और इसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोप और पहनावे की आलोचना
वीडियो में दोनों लड़कियां जींस पहने हुए थीं और एक ने स्वेटर जबकि दूसरी ने नीला टॉप पहन रखा था। ईरानी अधिकारियों के अनुसार, उनका पहनावा सार्वजनिक शालीनता के खिलाफ था। इसके बाद दोनों के इंस्टाग्राम अकाउंट भी बंद कर दिए गए हैं, और उनकी गिरफ्तारी के बाद कई महिलाओं ने सोशल मीडिया पर नृत्य करते हुए अपने वीडियो पोस्ट कर इस फैसले के खिलाफ विरोध जताया है।
The mullahs 🇮🇷 arrested these two girls. Why? Because they were dancing. ایرانیان دوباره خواهند رقصید pic.twitter.com/lbNP8gDxao
— Avi Kaner ابراهيم אבי (@AviKaner) January 24, 2025
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सजा का खतरा, 99 कोड़े
ईरान में सार्वजनिक स्थानों पर नृत्य करना, चाहे महिला हो या पुरुष, दंडनीय अपराध माना जाता है। इसके तहत ईरान की दंड संहिता के अनुच्छेद 637 के अनुसार, सजा के तौर पर 99 कोड़े मारे जा सकते हैं। यह पहली बार नहीं है जब ईरान में डांस करने के लिए सख्त सजा दी जा रही हो। इससे पहले भी कई युवाओं को नृत्य करने के लिए सजा दी जा चुकी है।
नृत्य पर रोक से एक लड़की ने दी जान
ईरान में महिलाओं के अधिकारों के लिए उठ रही आवाजों के बीच यह मामला और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। नवंबर 2024 में 16 वर्षीय लड़की अरज़ू खवारी ने आत्महत्या कर ली क्योंकि उसे उसके स्कूल द्वारा यह धमकी दी गई थी कि अगर वह बिना हिजाब के डांस करती रही तो उसे निष्कासित कर दिया जाएगा। इस घटना ने ईरान में महिलाओं के खिलाफ हो रही दमनकारी नीतियों पर गहरी चिंता को जन्म दिया।
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ईरान में महिलाओं का संघर्ष
ईरान में महिलाएं अपनी आज़ादी के लिए लगातार संघर्ष कर रही हैं। 2022 में हुए विरोध प्रदर्शनों में, ईरान की छात्राओं ने अपने स्कूलों में धार्मिक नेताओं के चित्रों को नष्ट किया और अपने सिर के स्कार्फ को हवा में लहराकर विरोध जताया था। महिलाओं का यह आंदोलन अब तक जारी है और कई महिलाएं अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आवाज़ उठा रही हैं।
ईरान में डांस पर प्रतिबंध
ईरान में 1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद डांस पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इस क्रांति के दौरान देश की राजशाही समाप्त हुई और आयतुल्लाह खुमैनी के नेतृत्व में धार्मिक शासन स्थापित हुआ। इसके बाद से देश में महिलाओं के लिए कई सख्त नियम लागू किए गए, जिसमें सार्वजनिक स्थानों पर नृत्य करना एक अपराध बन गया।