Edited By Mahima,Updated: 11 Dec, 2024 04:50 PM
12 दिसंबर को दिल्ली के कई इलाकों में पानी की आपूर्ति बंद रहेगी। प्रभावित क्षेत्रों में तुगलकाबाद, संगम विहार, खानपुर गांव सहित कई इलाके शामिल हैं। दिल्ली जल बोर्ड ने निवासियों से अपील की है कि वे पानी का संचय करें। जल आपूर्ति में व्यवधान के कारण...
नेशनल डेस्क: दिल्ली जल बोर्ड ने मंगलवार को जानकारी दी कि दिल्ली के कई इलाकों में 12 दिसंबर, गुरुवार को पानी की आपूर्ति में व्यवधान रहेगा। जल बोर्ड के अनुसार, यह निर्णय दक्षिणी दिल्ली के कुछ इलाकों में जल आपूर्ति व्यवस्था में सुधार के उद्देश्य से लिया गया है। यह फैसला दिल्ली के उन क्षेत्रों में लिया गया है, जहां पानी की सप्लाई को लेकर कुछ तकनीकी कारणों और रखरखाव कार्यों की आवश्यकता है।
क्या होंगे प्रभावित इलाके?
दिल्ली जल बोर्ड के अनुसार, 12 दिसंबर को पानी की आपूर्ति बंद रहने वाले प्रमुख इलाकों में दक्षिणी दिल्ली के कई महत्वपूर्ण इलाके शामिल हैं। इनमें तुगलकाबाद गांव, नॉर्दर्न कैंप बस्ती, तुगलकाबाद एक्सटेंशन, एमबी रोड स्थित एयरफोर्स स्टेशन, तिगरी गांव, संगम विहार, खानपुर गांव जैसे इलाके शामिल हैं। इसके अलावा, खानपुर एक्सटेंशन, दुग्गल कॉलोनी, जवाहर पार्क, शिव पार्क, बिहारी पार्क, देवली गांव, कृष्णा पार्क और राजू पार्क जैसे अन्य इलाकों में भी पानी की आपूर्ति बंद रहेगी। इस कारण इन इलाकों के निवासी 12 दिसंबर को पानी की कमी का सामना कर सकते हैं। दिल्ली जल बोर्ड ने इन इलाकों में रहने वाले निवासियों से अपील की है कि वे पानी का उपयोग सोच-समझकर करें और आवश्यकता से अधिक पानी का संचय करें ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो।
जल बोर्ड की तैयारी और टैंकरों की व्यवस्था
दिल्ली जल बोर्ड ने लोगों को आश्वासन दिया है कि यदि जल आपूर्ति में कोई और समस्या होती है, तो हेल्पलाइन और केंद्रीय नियंत्रण कक्ष से संपर्क कर पानी के टैंकर उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके अलावा, जल बोर्ड ने कहा है कि जो लोग पानी की कमी से प्रभावित होंगे, उन्हें जल टैंकरों के जरिए पानी की आपूर्ति की जाएगी ताकि उनके दैनिक कामकाजी जीवन में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
अक्टूबर में जल संकट का सामना कर चुकी है दिल्ली
पिछले कुछ महीनों में दिल्ली में जल आपूर्ति से जुड़ी गंभीर समस्याएं सामने आईं। अक्टूबर 2023 में दिल्ली में एक गंभीर जल संकट पैदा हुआ था जब यमुना नदी में अमोनिया प्रदूषण का स्तर अत्यधिक बढ़ गया था। इस कारण पानी की आपूर्ति में भारी बाधा आई थी। जल बोर्ड को कई जल उपचार संयंत्रों की क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता महसूस हुई, ताकि ऐसी परिस्थितियों का सामना किया जा सके। दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार द्वारा जुलाई में प्रस्तुत रिपोर्ट में भी इस बात पर जोर दिया गया था कि जल उपचार संयंत्रों की क्षमता में बढ़ोतरी की आवश्यकता है। दिल्ली में फिलहाल 9 जल उपचार संयंत्र कार्यरत हैं, जिनकी क्षमता कुल मिलाकर 950 मिलियन गैलन प्रति दिन (एमजीडी) है, जबकि दिल्ली के लिए रोजाना पानी की आवश्यकता इससे कहीं अधिक है।
क्या हैं भविष्य के उपाय?
दिल्ली जल बोर्ड ने भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचने के लिए कई उपायों की योजना बनाई है। इनमें जल उपचार संयंत्रों की क्षमता को बढ़ाना, पाइपलाइन नेटवर्क को मजबूत करना और यमुना नदी के जल गुणवत्ता स्तर में सुधार लाना शामिल है। इसके अलावा, जल संकट को रोकने के लिए दिल्ली जल बोर्ड ने समय-समय पर पंपिंग स्टेशन और अन्य जल आपूर्ति उपायों पर काम करने की योजना बनाई है।
पानी की आपूर्ति के लिए दी गई सलाह
दिल्ली जल बोर्ड ने प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों से कहा है कि वे पानी का संचय पहले से कर लें ताकि 12 दिसंबर को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। इसके अलावा, जल बोर्ड ने कहा है कि अगर कोई निवासी पानी की आपूर्ति में कमी महसूस करता है तो वह अपने निकटतम टैंकर सेवा से संपर्क कर सकता है। दिल्ली में 12 दिसंबर को पानी की आपूर्ति में व्यवधान होने के कारण प्रभावित इलाकों में रहने वाले निवासियों को पानी की कमी का सामना करना पड़ सकता है। दिल्ली जल बोर्ड ने इन क्षेत्रों के निवासियों को पानी का संचय करने और जल आपूर्ति की स्थिति के बारे में तैयार रहने की सलाह दी है। जल आपूर्ति की समस्या से बचने के लिए जल बोर्ड ने टैंकर सेवा की सुविधा भी उपलब्ध कराई है।
हालांकि, जल संकट के समाधान के लिए दिल्ली जल बोर्ड जल उपचार संयंत्रों की क्षमता बढ़ाने पर भी ध्यान दे रहा है। 12 दिसंबर को दिल्ली के कई इलाकों में पानी की आपूर्ति बंद रहेगी। प्रभावित क्षेत्रों में तुगलकाबाद, संगम विहार, खानपुर गांव सहित कई इलाके शामिल हैं। दिल्ली जल बोर्ड ने निवासियों से अपील की है कि वे पानी का संचय करें। जल आपूर्ति में व्यवधान के कारण पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जल टैंकर उपलब्ध होंगे। साथ ही, जल संकट से बचने के लिए जल बोर्ड जल उपचार संयंत्रों की क्षमता बढ़ाने पर ध्यान दे रहा है।