Edited By Mahima,Updated: 10 Aug, 2024 03:49 PM
कर्नाटक के कोप्पल जिले में दो आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को हाल ही में एक वायरल वीडियो के बाद निलंबित कर दिया गया है, जिसमें वे बच्चों के भोजन से अंडे वापस लेते हुए देखी गई हैं। इस वीडियो के सार्वजनिक होने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और संबंधित...
नेशनल डेस्क: कर्नाटक के कोप्पल जिले में दो आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को हाल ही में एक वायरल वीडियो के बाद निलंबित कर दिया गया है, जिसमें वे बच्चों के भोजन से अंडे वापस लेते हुए देखी गई हैं। इस वीडियो के सार्वजनिक होने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और संबंधित अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की। वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बच्चों की प्लेटों से अंडे निकाल रही हैं, जबकि बच्चों ने पहले ही अंडे ले लिए थे। यह दृश्य देखकर लोगों ने इस पर गहरी चिंता जताई और इसे आंगनवाड़ी सेवाओं में गंभीर लापरवाही के रूप में देखा।
आंगनवाड़ी सेवाओं के संचालन पर उठे सवाल
वीडियो वायरल होने के बाद, स्थानीय प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को निलंबित कर दिया। अधिकारीयों ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच शुरू कर दी है और यह सुनिश्चित करने की प्रक्रिया शुरू की है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं पर आरोप है कि उन्होंने बच्चों के भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता के मानकों का पालन नहीं किया। यह घटना आंगनवाड़ी सेवाओं के संचालन और निगरानी पर सवाल उठाती है, विशेष रूप से तब जब इन सेवाओं का उद्देश्य गरीब और वंचित बच्चों को पौष्टिक भोजन प्रदान करना है।
इस तरह की घटनाओं को रोका अनिवार्य
स्थानीय निवासियों और माता-पिता ने इस मामले की कड़ी निंदा की है और आंगनवाड़ी सेवाओं में सुधार की मांग की है। उन्होंने आशा जताई है कि अधिकारियों द्वारा इस मामले की पूरी जांच की जाएगी और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग ने इस घटना के बाद दिशा-निर्देश जारी किए हैं ताकि आंगनवाड़ी केंद्रों में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। यह सुनिश्चित करने के लिए नियमित निगरानी और निरीक्षण की योजना बनाई जा रही है, ताकि बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ भोजन मिल सके।